भारत में निर्वाचन सुधार: चुनौतियाँ और संभावनाएँ
Author : डॉ. प्यारेलाल आदिले
Abstract :
भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, जहाँ चुनाव केवल सरकार गठन की प्रक्रिया नहीं बल्कि जनता की आकांक्षाओं की अभिव्यक्ति का माध्यम हैं। स्वतंत्रता के बाद से भारत ने नियमित और सफल चुनावों की परंपरा को विकसित किया है, किंतु समय के साथ चुनावी प्रक्रिया जटिल होती चली गई है। धनबल, बाहुबल, आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार, तकनीकी दुरुपयोग, सोशल मीडिया के माध्यम से गलत सूचना और राजनीतिक वित्तपोषण की अपारदर्शिता जैसी समस्याएँ लोकतंत्र की गुणवत्ता को प्रभावित करती हैं। यह शोधपत्र भारत में निर्वाचन सुधारों के विकास, वर्तमान चुनौतियों और भावी संभावनाओं का व्यापक विश्लेषण प्रस्तुत करता है तथा यह तर्क देता है कि समयबद्ध और समग्र सुधार लोकतांत्रिक संस्थाओं की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए अनिवार्य हैं।
Keywords : निर्वाचन सुधार, लोकतंत्र, चुनाव आयोग, राजनीतिक फंडिंग, ईवीएम, वीवीपैट